वह आदमी कूदा तो था
छत से
मगर उड़ गया
अवसाद की शक्ति उसे ऊपर खींच ले जाती है
हवाओं में झूलता है उसका जिस्म
लटकते हैं जिसपर बादलों के फाहे
अब आसमान में चिड़िया गाती है
धरती पर छत उदास-अकेली है अब
जो भी यहां से कूदेगा
उड़ जायेगा
-आदित्य
वह आदमी कूदा तो था
छत से
मगर उड़ गया
अवसाद की शक्ति उसे ऊपर खींच ले जाती है
हवाओं में झूलता है उसका जिस्म
लटकते हैं जिसपर बादलों के फाहे
अब आसमान में चिड़िया गाती है
धरती पर छत उदास-अकेली है अब
जो भी यहां से कूदेगा
उड़ जायेगा
-आदित्य
My soul is pessimist.